★ क्या कड़ी धूप से आने के बाद या कठिन परिश्रम करके आने के बाद तुरन्त लेटकर (विस्तर पर ) आराम करना चाहिए ?
★ क्या कड़ी धूप से आने के बाद या कठिन परिश्रम करके आने के बाद तुरन्त लेटकर (विस्तर पर ) आराम करना चाहिए ?
प्राचीन मनीषियों (विद्वानों) ने कहा है कि कि कहीं से भी आने के बाद पहले मुँह धोना चाहिए, उसके बाद हाथ और अन्त में पैर का प्रक्षालन (धोना) करना चाहिए तुरन्त आराम की स्थिति में आने पर गर्मी सिर में चढ़ जाने का डर होता है ।
★ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से क्या उचित है ? वैज्ञानिक दृष्टि से भी तुरन्त आराम नहीं करना चाहिए क्योंकि
कड़ी धूप से आने के बाद या कठिन परिश्रम के उपरान्त तुरन्त बिस्तर पर (Bed Rest) पड़कर आराम करने से बीमार हो जाने के ज्यादा चांस होते हैं
क्योंकि शरीर तो तुरन्त आराम की स्थिति में पहुँच जाता है किन्तु मांस पेशियाँ, रक्त संचार, हृदय की गाति आदि में तुरन्त सामान्य स्थिति में नहीं आ पाती जिस कारण शरीर और हृदय की गति आदि में तुरन्त तालमेल नहीं बनता आर्थात् विरोधाभास होता है तथा अक्सर लोग बीमार पड़ जाते हैं।
ऋषि-मुनियों ने पहले मुँह धोना, फिर हाथ और उसके बाद पैर धोने का जो विधान बनाया बनाया है वह विज्ञान की नजर में पूर्ण रूप से उचित है क्योंकि मुँह के साथ मस्तक (सिर का अगला भाग) नाक, कान और समूचा चेहरा धुल जाता है जिससे सिर ठंडा हो जाता है अर्थात् सिर की गर्मी
नीचे की ओर उतरती है फिर हाथ धोने पर और नीचे उतरती है इस तरह अन्त में पैर के तालुओं से होकर अर्थ (पृथ्वी में) हो जाती है और शरीर सूरक्षित रहता है ।
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